कौन है?-
"ठीक है फिर मैं सुबह इंस्पेक्टर ठकराल को हॉस्पिटल एडमिट करके इस बात का पता लगा लूँगा।" "नहीं बेटे तुम्हें अपनी जान जोखिम में डालने की जरूरत नहीं है। मैं बूढा किस काम का अगर अपने बच्चों के काम ना आ सकूँ तो?" "नहीं चाचा जी। आपने जो इंफॉर्मेशन दी वही हमारे लिए बहुत है मुझ पर भरोसा रखिए मुझे कुछ नहीं होगा। इस केस की पहेली को सुलझाने में ठकराल से पहले मैं ही लगा हूँ। मुझे अब तक कुछ नहीं हुआ तो आगे भी कुछ नहीं होगा।" "ठीक है कुछ ही देर में सवेरा हो जाएगा थोड़ा आराम कर लो बेटे, तब तक तुम्हारी चाची चाय नाश्ता तैयार कर लेगी।" फिर आरव और मोहन उसी कमरे में लेट गए। जबकि मोहन के पिताजी की नींद उड़ चुकी थी। उनके दिमाग पर बोझ बढ़ता जा रहा था। कुछ था जो उन्हें अब चैन की नींद सोने नहीं दे रहा था और वो उसे जुबान पर लाना नहीं चाहते थे।
वह एक लंबा मजबूत कद काठी वाला गोरा लड़का था। उम्र उसकी बाईस से कम ही रही होगी। उसके माथे पर छोटे-छोटे घूंघराले बाल थे। सुबह के 5:00 बजने वाले थे। अंधेरा छटने से पहले वो कहीं पहुँचना चाहता था। वह चुपचाप अपने कमरे से बाहर निकल गया। अपना मोबाइल निकाल कर उसने एक मिस कॉल किया। कुछ देर बाद उसके व्हाट्सएप की ट्यून बज उठी। मैसेज था----"रेडी हो?" उसने तुरंत ही रिप्लाई किया। "तुम लोग चौराहे पर पहुँच जाओ। मैं ठीक दो मिनट बाद वहाँ मिलता हूँ।" "ठीक है हम पहुँचने वाले हैं।" दोबारा मैसेज फ्लैश हुआ। वह तेजी से पार्किंग प्लेस में पहुँचा जहाँ दो बाइक साइकिल और एक कार खड़ी थी। फोर व्हील की ओर एक नजर देखने के बाद कुछ सोच कर वह साइकिल की ओर मुड़ गया। चौड़े टायर वाली साइकिल के पीछे प्लेट पर मर्सिडीज लिखा हुआ था। जरूरत पड़ने पर इस साइकिल को बैटरी से भी चलाया जा सकता था। वह ऑटोमेटिक चार्ज हो जाती थी। रिमोट से उसका लॉक खोलकर वह साइकिल पर सवार हो गया। फिर धीरे-धीरे पार्किंग से बाहर निकल गया। पार्किंग का मेन गेट बंद करके अपने गंतव्य की ओर उसने साइकल भगाई। अभी उजाला होने में टाइम था। उसने उत्तर दिशा की ओर देखा। एक काली पहाड़ी के अलावा वहां कुछ भी नजर नहीं आया। बियाबान में परिदों का शोर गूंज उठा था। बंदरो की आवाज सुनाई दे रही थी। भौर होने से पहले उसे अपना काम निपटा लेना था। साइकिल को तेजी से भगाता हुआ वह चौराहे पर पहुँचा जहाँ पहले से उसके दो हम उम्र दोस्त उसका इंतजार कर रहे थे। उनके बाइक के करीब पहुँच कर वह रुका। "रोकी, जबान का तू बहुत पक्का है यार, मान गये।" बाइक के पीछे बैठे लड़के ने उसकी तारीफ़ की। "बस बस! ज्यादा तारीफ मत किया कर। अपने काम से काम रख।" "गुस्सा क्यों करता है बाबा? माल दिखा दे, समझ में आया तो सौदा पक्का, समझा?" "मार्गरेटा को तू नहीं जानता?" रॉकी चीड़ के साथ बोला। "अच्छा तुम मार्गरेटा को...., कहते कहते वह 1 मिनट के लिए रुका----फिर बोला। "लेकिन वह तो तेरी प्रेमिका थी ना।" "हाँ थी, तो? कितने दिन उसे गले में बांध कर फिरूंगा? मन भर जाता है तो सौदा कर लेता हूँ। पैसे वाले लड़कों के पीछे मरने वाली लड़कियों की कमी है क्या?" "तू बहुत कमीना है रॉकी।" "और तू साले दूध का धुला है मुझे पता है। न जाने कितनी लड़कियों को नकली पासपोर्ट वीजा पर अरब देशों में भेज चुका है तू।" "गंदा है पर धंधा है करना तो पड़ेगा ही।" दोस्त के चेहरे पर कुटिल मुस्कान थी। "अब चलो, जल्द से जल्द हमें मेरे फार्म हाउस पर पहुँचना है। मार्गरेटा को मैंने वहाँ छुपा कर रखा है।" रॉकी का हुक्म होते ही दोनों उसकी साइकिल के पीछे चलने लगे। अंधेरे का सहारा लेकर तीनों फार्म हाउस के नजदीक पहुंचे गये। फार्म हाउस के बाहर बुलेट को खड़ा देखकर रॉकी थोड़ा हिचकिचाया। तीनों फार्म हाउस से कुछ गज की दूरी पर रुक गए। रॉकी ने अपने होठों पर उंगली रखें दोनों को चुप रहने का इशारा किया। बुलेट और साइकिल वहां पार्क करके तीनों दबे पांव फार्म हाउस की ओर चलने लगे। बुलेट के नजदीक पहुंचते ही रॉकी बुरी तरह चौका। क्योंकि बुलेट की नंबर प्लेट को वह पहचान चुका था। "इंस्पेक्टर ठकराल?" उसके होठों से धीमी फुसफुसाहट निकली। "क्या...आ?" उसके दोनों दोस्त की भी हवा निकल गई। यह हम से पहले यहां कैसे पहुंच गया? इरादे तो नेक है ना कहीं हम दोनों को अंदर करवाने का इरादा तो नहीं ना? देख रॉकी हमारे साथ धोखा नहीं।" रॉकी के दोस्त ने अपने तेवर बदल लिए। "चुप रहो तुम दोनों।" रॉकी तिलमिला उठा। मुझे इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है। तुम लोगों को अगर डर लगता है तो यहां ठहरो, मैं फार्म हाउस चेक कर लेता हूं। मुझे कोई गड़बड़ लग रही है।" "संभल कर जाना---और अगर कोई भी खतरा लगे तो बस एक मिस कॉल कर देना। हम यहाँ से रफूचक्कर हो जाएंगे। अभी इस उम्र में हम जेल की चक्की पीसना नहीं चाहेंगे।" रॉकी ने अंगूठा दिखाकर डन कहा। फिर वह फार्म हाउस के अंदर दाखिल हो गया। इस वक्त रॉकी पूरी तरह सतर्क नजर आ रहा था। वह साँसे इतनी धीमी गति से ले रहा था कि किसी को इस बात की भनक तक ना लगे की यहां पर कोई इंसान भी मौजूद है। फार्म हाउस के मुख्य द्वार तक पहुंचते ही उसका खून खौल उठा। क्योंकि उसी कमरे का दरवाजा खुला पड़ा था जिसमें उसने मार्गरेटा को बंद करके रखा था। रॉकी बदरवास --सा भागता हुआ कमरे के भीतर चला गया। और फिर बारी बारी से उसने फार्म हाउस के तमाम कमरे छान मारे। मार्गरेटा का कुछ भी अता पता नहीं था। "इसका मतलब है मार्गरेटा पुलिस के हाथ लग गई। लेकिन पुलिस को आखिर किसने खबर दी? खतरा भोंपते ही रॉकी फार्म हाउस छोड़कर बाहर चला आया। अपने दोनों दोस्तों के करीब पहुँचकर बोला। "बुरी खबर है यार, मुझे लगता है मार्गरेटा पुलिस के हाथ लग गई है। (क्रमश:)
Gunjan Kamal
27-Sep-2023 09:04 AM
👏👌
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